आईएसएसएन: 2165-7386

प्रशामक देखभाल एवं चिकित्सा

खुला एक्सेस

हमारा समूह 1000 से अधिक वैज्ञानिक सोसायटी के सहयोग से हर साल संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और एशिया में 3000+ वैश्विक सम्मेलन श्रृंखला कार्यक्रम आयोजित करता है और 700+ ओपन एक्सेस जर्नल प्रकाशित करता है जिसमें 50000 से अधिक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व, प्रतिष्ठित वैज्ञानिक संपादकीय बोर्ड के सदस्यों के रूप में शामिल होते हैं।

ओपन एक्सेस जर्नल्स को अधिक पाठक और उद्धरण मिल रहे हैं
700 जर्नल और 15,000,000 पाठक प्रत्येक जर्नल को 25,000+ पाठक मिल रहे हैं

में अनुक्रमित
  • सूचकांक कॉपरनिकस
  • गूगल ज्ञानी
  • जे गेट खोलो
  • जेनेमिक्स जर्नलसीक
  • चीन राष्ट्रीय ज्ञान अवसंरचना (सीएनकेआई)
  • इलेक्ट्रॉनिक जर्नल्स लाइब्रेरी
  • RefSeek
  • हमदर्द विश्वविद्यालय
  • ईबीएससीओ एज़
  • ओसीएलसी- वर्ल्डकैट
  • जीव विज्ञान की वर्चुअल लाइब्रेरी (विफैबियो)
  • पबलोन्स
  • चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान के लिए जिनेवा फाउंडेशन
  • यूरो पब
  • आईसीएमजेई
इस पृष्ठ को साझा करें

अमूर्त

How We should Support Patients Decision Making at End of Life From a National Survey of Hospital Ethics Committees in Japan

Tomoko Kodama Kawashima

Objective: To overview frequent ethical issues arising in clinical setting and the role of hospital ethics committees (HECs) from a national survey in Japan.

Design: Cross sectional survey using questionnaire by post to 4,911 randomly selected hospitals throughout Japan.

Results: Among 1,555 hospitals responding to the survey, the most frequent ethical issue likely to arise in practice was end-of-life care (n = 1,022). A total of 787 hospitals (51.1%) reported that they already had an ethics committee in place and 259 hospitals (16.8%) were planning to establish HECs. Of existing HECs, 42% were engaged in consultation or advice regarding clinical aspects other than clinical research ethics. Measures to provide support for ethical issues in the clinical setting were “advice from hospital ethics committee” (38%), “documentation or guidelines” (26%), “telephone consultation with experts” (11%), and “staff education” (18%). Twenty-five percent of participating hospitals had no specific support for clinical ethics. The HEC members were composed mainly of medical professionals, with only 14% of HECs having ethicists on their panels. The meeting records of HECs were not often disclosed (fully disclosed 23%, partially disclosed 26%).

Conclusion: The most frequent ethical issue in practice was end-of-life care among responded hospitals, however, the role of HECs was not clearly separated from that of Institutional Review Board.

अस्वीकृति: इस सारांश का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया है और इसे अभी तक समीक्षा या सत्यापित नहीं किया गया है।